कहकशां
हमने एक शेर में गलाई ज़िन्दगी, लोग कहते हैं ग़ज़ल लिखना आसान है..
Friday, September 3, 2010
Ek Sher Ghalib Ka
तुम मुझे कभी दिल कभी आंखो से पुकारो ग़ालिब
ये होंठो का तकल्लुफ़ तो ज़माने के लिये है
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